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Lesson-22, तुला राशिफल, Tula Rashifal (Libra Zodiac)

तुला राशिफल, Tula Rashifal in Hindi

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तुला राशि का अंग्रेजी और संस्कृत नाम:- तुला राशि को अंग्रेजी में Libra Zodiac कहते हैं और संस्कृत में इसको तोलि, वणिक, जुक व घट के नामों से पुकारा जाता है|

तुला राशि का रूप (Tula Rashi ka roop):- तुला राशि का कुंडली में सातवां स्थान होता है और इसका रूप हाथ में तराजू पकड़े पुरुष जैसा होता है| इस राशि का स्वामी गृह शुक्र गृह होता है और यह एक सौम्य राशि होती है|

तुला राशि वालों का स्वभाव( Tula Rashi walon ka swabhav):- तुला राशि एक सौम्य राशि है और इस राशि वाले लोग ज्यादातर शांत रहने वाले, दिखने में सुन्दर और भोग-विलास में लिप्त रहने वाले होते हैं| इस राशि के लोग ज्ञान अर्जित करने में माहिर होते हैं| यह इतने चतुर होते हैं कि अपने दुश्मन से भी काम निकलवा लेते हैं| यह इनमें विशेष गुण होता है| इस राशि वाले लोग सबको साथ लेकर चलते हैं|
इस राशि वाले लोग व्यापार करने की कला बचपन से ही लेकर पैदा होते हैं| व्यापार करने में यह बहुत निपुण होते हैं|यह लक्ष्मी के पुजारी होते हैं| पैसे से इनको बहुत लगाव होता है| यदि इनको 100 रूपए दिए जाए तो यह उसे 120 करके ही घर लौटते हैं और यदि इनको व्यापार में कोई घाटा भी हो जाए तो यह घाटे को झेलते हुए भी उसको कहीं ना कहीं से पूरा कर लेते हैं|यह बहुत मेहनत करने वाले होते हैं| यह अपनी मेहनत से ही किसी मुकाम तक पुहंचने के इच्छुक होते हैं|
तुला राशि वालों का एक विशेष गुण यह भी होता है कि यह किसी की सुनी-सुनाई बात पर यकीन नहीं करते हैं|यह पहले बात की गहराई तक पहुंचते हैं और फिर किसी निर्णय तक पहुँचते हैं| इस राशि वालों को गुस्सा कम ही आता है, मगर जब आता है तो बहुत क्रोधित होते हैं परन्तु शांत भी बहुत जल्द होते हैं|
इस राशि वाले लोग सम्य को व्यर्थ नहीं करते हैं| यहाँ पर इनको कोई काम ना हो, वहां पर यह रुकना पसंद नहीं करते हैं| यह अपनी जिंदगी का एक क्षण भी व्यर्थ नहीं करना चाहते हैं|इस राशि वाले लोग भोग-विलास वाली जिंदगी व्यतीत करना पसंद करते हैं| इसका मतलब यह नहीं कि भोगी ज़िन्दगी व्यतीत करने के कारण इनकी भगवान पर आस्था नहीं होती है| भगवान पर भी इनकी पूर्ण श्रद्धा होती है| इस राशि के लोग साधू, संतों, सन्यासी, महात्मा आदि महापुरुषों का आदर और उनकी सेवा करना पसंद करते हैं|धार्मिक कामों में यह आगे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं| भजन-कीर्तन सुनना इनको बहुत पसंद होता है|
इनको साफ सफाई बहुत प्रिय होती है| घर में साफ सफाई रखना और साफ कपड़े पहनना इनको बहुत पसंद है| इनको खुशबूदार चीजें जैसे, परफ्यूम, साबुन आदि बहुत पसंद होता है|आभूषण और कीमती कपड़े पहनना इनको बहुत पसंद है|
तुला वायु तत्त्व राशि होने के कारण इनका स्वभाव अस्थिर रहता है| यह अपना निर्णय बदलते रहते हैं| जैसे हो सकता है इनका दिल्ली जाने का प्रोग्राम हो और कुछ देर बाद ही यह पंजाब जाने का प्रोग्राम बना लें| इसके कारण यह अपना कार्य क्षेत्र भी बदलते रहते हैं| तुला राशि वालों को मूत्र से संबंधित रोग होने की सम्भावना रहती है|

तुला राशि वालों का कार्यक्षेत्र(Tula rashi walon ka Business):- तुला राशि वाले ज्यादातर व्यापार करना, दुकान करना या इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट करने जैसे कार्य में दिलचस्पी रखते हैं| तुला राशि का वर्ण शूद्र होने के कारण यह नौकरी भी करते हैं| यह किसी सरकारी या प्राइवेट क्षेत्र में नौकरी करते हैं| यह सुगन्धित वस्तुए, कपड़े का कारोबार आदि में बहुत दिलचस्पी दिखाते हैं|

तुला राशि वालों का रत्न(Tula rashi ka ratna ya stone):- तुला राशि का स्वामी गृह शुक्र होता है और शुक्र गृह का रत्न हीरा होता है| हीरे का उप-रत्न ज़िरकन भी धारण किया जा सकता है| शुक्र गृह के और भी रत्न होते हैं, जिसमें ओपल, फायर ओपल, फ़िरोज़ा आते हैं| इन रत्नों को धारण करने से पहले अपनी कुंडली किसी अच्छे ज्योतिष को जरूर दिखा लें| यदि तुला राशि वालों की कुंडली में शुक्र गृह मारक स्थिति में हो या गृह शत्रु राशि में हों तब ज्योतिष की परामर्श के बिना कभी भी रत्न धारण मत करें|

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