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Lesson-24 धनु राशि-Dhanu Rashi(Sagitarius Zodiac)

 धनु राशिफल-Sagitarious Zodiac

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धनु राशि का अंग्रेजी और संस्कृत नाम :- धनु राशि को अंग्रेजी में Sagitarious Zodiac कहते हैं और अंग्रेजी में इसका नाम धन्वी, चाप और शरासन कहते हैं|

धनु राशि का रूप ( Dhanu Rashi ka roop):- धनु राशि का रूप कमर के ऊपर का भाग मनुष्य का है, जिसके हाथ में धनुष है और नीचे का भाग घोड़े का है| धनु राशि कुंडली में नौवें क्रम पर आती है|

धनु राशि वालों का स्वभाव (Dhanu Rashi walon ka swabhav):- धनु राशि का वर्ण क्षत्रिय होने के कारण इस राशि वाले लोग छोटी बात पर ही आक्रामक हो जाते हैं और यह छोटी छोटी बात पर बहुत जल्द क्रोधित होते हैं| अपने इस क्रोध की वज़ह से यह कई बार बिना जांच परख किए कई कदम उठा लेते हैं, जिसमें बाद मैं इनको कई बार नुक्सान उठाना पड़ता है| मगर इस राशि वाले लोग बहुत मददगार भी होते हैं| हर किसी की मदद करना इनका प्रकृतिक स्वभाव है| यदि इनके पास इनका शत्रु भी मदद मांगने के लिए आ जाए तो यह उसकी मदद करने से पीछे नहीं हटते हैं| 
धनु राशि का स्वामी गृह बृहस्पति है|जिस कारण इस राशि के लोग बहुत ज्ञानवान होते हैं| इनके पास हर बात का समाधान होता है| कई लोग अपनी मुश्किलों को इनके पास आकर सुलझाते हैं| यह धार्मिक प्रवृति के भी होते हैं| धार्मिक कामों में यह आगे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं|मगर यह किसी भी तरह के आडम्बर और फ़ालतू के रूढ़िवाद रीति-रिवाजो में विश्वास नहीं रखते हैं| 
इस राशि वाले लोगों को घुड़सवारी बहुत पसंद होती है| यह घोड़ो से सबंधित व्यवसाय में बहुत विशेष रूचि रखते हैं| घोड़ो की खरीद-बेच करनी और उनका पालन पोषण करना इनको बहुत पसंद होता है|इस राशि वालों को त्वचा का रोग होने का खतरा बना रहता है और इनको पेट से सबंधित रोग भी हो सकते हैं| इस राशि वालों को अपनी जिंदगी में बहुत संघर्ष करना पड़ता है| यह कठिन परिश्रम के बाद ही जिंदगी में कुछ हासिल कर पाते हैं| कुंभ राशि के लोग थोड़े रंगीन मिज़ाज़ वाले होते हैं| धनु राशि द्विस्वभाव राशि होने के कारण इस राशि वालों को कोई भी निर्णय लेने में बहुत मुश्किल होती है| यह निर्णय लेने में बहुत वक़्त लगा देते हैं, जिस कारण कई बार इनके हाथ से कुछ चीज़े छूट जाती हैं|

धनु राशि वालों का कार्यक्षेत्र ( Dhanu rashi walon ka Business):- धनु राशि वालों के लिए सबसे अधिक लाभकारी व्यापार करना होता है| यह बहुत कम पैसे और कम सम्य में अपने व्यापार को सफल बनाने में समक्ष होते हैं| यदि इस राशि वाले कोई नौकरी करें तो वह अपनी नौकरी के साथ साथ दूसरे कार्यों से भी लाभ कमाते हैं| मगर कई बार यह आक्रमक स्वभाव के कारण मुश्किल में भी पड़ जाते हैं|इस राशि वाले लोग खेती से सबंधित कार्य भी करते हैं और ज्योतिष, शिक्षक के रूप में भी अच्छी प्रतिभा दिखाते हैं| इनके पास ज्ञान का भण्डार होता है, अपनी इसी खूबी के कारण यह जहाँ भी कार्य करते हैं वहां पर अपनी बुद्धि के कारण अपनी अच्छी पहचान बना लेते हैं| लोग इनके पास अपनी मुश्किलों का समाधान लेकर आते हैं और यह उसका समाधान भी बहुत बुद्धिमता से कर देते हैं| जहाँ पर बुद्धि का प्रयोग होता है उस क्षेत्र में यह अधिक सफल होते हैं| 

धनु राशि वालों का रत्न ( Dhanu rashi ka ratna ya stone):- धनु राशि का स्वामी गृह बृहस्पति होता है और बृहस्पति का रत्न पीला पुखराज होता है| पुखराज का एक उप-रत्न सुनैला भी होता है, यह कम कीमत में मिल जाता है| पीला पुखराज सोने की अंगूठी में डाला जाता है| पीला पुखराज धारण करने से पहले किसी अच्छे ज्योतिष की परामर्श जरूर लें| यदि कुंडली में बृहस्पति मारक स्थिति में हो या त्रिक भावों में कहीं बैठा हो तब पुखराज किसी अच्छे ज्योतिष की परामर्श से ही पुखराज धारण करें|  

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