वृषभ राशिफल ( Vrishabh Rashifal)
वृषभ राशि का अंग्रेजी और संस्कृत नाम:- वृषभ राशि को अंग्रेजी में Taurus Zodiac कहते हैं और इसको संस्कृत में उभ, ताबुर, गोकुल, गौ, मित्य आदि कहते हैं|
वृषभ राशि का अर्थ (Vrishabh Rashi ka arth):- वृषभ राशि का अर्थ और रूप बैल होता है| वृषभ राशि कुंडली में दूसरे स्थान पर आती है|
वृषभ राशि वालों का स्वभाव( Vrishabh Rashi walon ka swabhav ya rashifal):- वृषभ राशि का अर्थ होता है बैल| जैसे बैल बहुत मेहनती और हठी होता है, वैसे ही इस राशि वाले लोग बहुत मेहनती और हठी होते हैं| वह ज़िन्दगी में प्रत्येक वस्तु अपनी मेहनत से प्राप्त करते हैं| इस राशि वाले लोग आराम को हराम मानते हैं और अपने कार्य क्षेत्र में निरंतर मेहनत करते हुए आगे बढ़ते जाते हैं| यह राशि स्थिर राशि होती है, जिस कारण इस राशि वाले लोग एक बार जिस काम को पकड़ लेते हैं, उसको तब तक नहीं छोड़ते हैं, जब तक कि वह काम सम्पूर्ण ना हो जाए| इस राशि वाले लोग यदि किसी की मदद के लिए आगे बढ़ते हैं तो कितनी भी मुसीबत आने पर भी उसका साथ नहीं छोड़ते| यह राशि स्त्री राशि होती है, इसलिए इस राशि वाले लोगों में कोमलता भी होती है और वह सहनशीलता और शांतिपूर्वक हर कार्य करते हैं| इस राशि वाले लोग किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले उसके ऊपर विचार करते हैं और फिर उसको शुरू करते हैं|
वृषभ राशि का स्वामी शुक्र गृह होता है, जिस कारण इस राशि वाले लोग सजावट, हार-श्रृंगार, अच्छे वस्त्र, निपुण कलाओं के शौकीन होते हैं और इसमें भोग-विलासता के भी अधिक लक्षण दिखाई देते हैं| इस राशि वाली स्त्रियां बहुत मेहनती होती हैं, वह पुरषों के बराबर मेहनत करने में समरथ होती हैं| इस राशि वाली स्त्रियां अपने पति को आर्थिक लाभ कमाने में बहुत मददगार साबित होती हैं|
इस राशि वाले लोग सुनते सबकी हैं मगर जब कोई निर्णय लेना होता है तो अपने मन की ही सुनते हैं|इस राशि के लोग अपनी जिम्मेदारियां बहुत अच्छी तरह से निभाते हैं| वैसे तो इनका स्वभाव शांत ही रहता है, मगर जब कभी इनको गुस्सा आता है तो यह अपने आप से बाहर हो जाते हैं|
वृषभ राशि का कार्य क्षेत्र(Vrish Rashi ka karya shetra):- वृषभ राशि के लोग ज्यादातर खेतीबाड़ी, नौकरी, सजावट से सबंधित कार्य, कपड़े का कार्य, ब्यूटीपार्लर, इंजीनियर, आर्चिटेक्टर आदि कामों में अधिक कामयाब होते हैं| एक व्यापारी बनने के भी यह अच्छी प्रतिभा दिखाते हैं| इनकी खासियत यही है के यह अपना काम बहुत लग्न और मेहनत से करते हैं, मगर अपने काम में किसी के द्वारा टांग फ़साने को यह बिलकुल भी पसंद नहीं करते हैं| यह अपने कार्य क्षेत्र में अपनी मेहनत और लग्न से प्रसिद्धि भी पाते हैं| इस राशि वालों को काम चोर लोग बिलकुल भी पसंद नहीं होते हैं और वह इन जैसे लोगों का साथ करना भी पसंद नहीं करते हैं|
वृषभ राशि का रत्न ( Vrishabh Rashi ka Ratna ya Stone):- वृषभ राशि का स्वामी शुक्र गृह होता है और शुक्र गृह का मुख्य रत्न हीरा होता है, मगर हीरा महंगा होने के कारण आप इसका उप-रत्न जरकन भी धारण कर सकते हो| शुक्र के और भी रत्न जैसे:- ओपल, फायर ओपल, फ़िरोज़ा भी आप धारण कर सकते हो| वृषभ राशि वाले इसका रत्न किसी अच्छे ज्योतिष को कुंडली दिखाकर ही इसका रत्न धारण करें| यदि वृषभ राशि वालों की कुंडली में शुक्र गृह मारक स्थिति में हो या त्रिक स्थानों में बैठा हो, तब इसका रत्न बिलकुल भी धारण ना करें|
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