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Lesson-19, कर्क राशिफल-Kark Rashifal- Cancer Zodiac

कर्क राशिफल(Kark Rashifal)

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कर्क राशि का अंग्रेजी और संस्कृत नाम:- कर्क राशि को अंग्रेजी में Cancer Zodiac कहा जाता है और संस्कृत में इसके नाम कुलीर, कर्कट, कर्काटक आदि हैं|

कर्क राशि का रूप(Kark Rashi ka roop) कर्क राशि का चिन्ह एक केकड़े के समान होता है और कुंडली में इस राशि का चौथा स्थान होता है|

कर्क राशि वालों का स्वभाव(Kark Rashi walon ka swabhav):- आपने ऊपर पढ़ा है कि कर्क राशि का चिन्ह केकड़ा होता है और जैसे केकड़ा बाहर से कठोर और अंदर से बहुत कोमल होता है, ऐसे ही इस राशि वाले व्यक्ति बाहर से दिखने में बहुत कठोर लगते हैं मगर अंदर से उतने ही कोमल हृदय वाले होते हैं| अपनी इसी खूबी के कारण यह हर किसी जरूरतमंद की मदद के लिए बिना कहे ही आगे आ जाते हैं| यह दूसरे के दर्द को खुद का दर्द समझ कर उसकी मदद करते हैं|
इस राशि वाले व्यक्ति की प्रवृति बहुत चंचल होती है, जिस कारण यह किसी भी बात को बहुत जल्द दिल को लगा लेते हैं| इस राशि वालों को क्रोध कम ही आता है या जब कोई दूसरा व्यक्ति इनके साथ धोखा, छल-कपट करता है, तभी इनको गुस्सा आता है| यह छोटी-छोटी बात पर गुस्सा नहीं करते हैं|
इस राशि वाले व्यक्तिओं को जल से संबंधित वस्तुएं जैसे नाव, किश्ती, जल यात्रा से बहुत लगाव होता है| इनको नदी, तालाब, समुन्दर आदि में स्विमिंग करने का भी बहुत शौंक होता है| इस राशि वाले लोग जल से बहुत लगाव रखते हैं|
कर्क राशि वालों का मन चंचल होने के कारण यह लोग किसी भी एक कार्य को टिक कर नहीं कर पाते हैं| इस राशि वाले लोग अपना कार्य बदलते रहते हैं या एक सम्य में एक से अधिक कार्य करते हैं| इनकी कार्य करने की क्षमता बहुत ज्यादा होती है| मगर कई बार एक से ज्यादा कार्य करने से इनका कोई भी कार्य सिद्ध  नहीं हो पाता है| कर्क राशि वाले लोग कुछ संदेहास्पद बुद्धि के भी हो जाते हैं, जिस कारण यह थोड़े शक्की स्वभाव के होते है और हर व्यक्ति की बात को तुरंत नहीं मानते है| यह जब तक किसी बात की पूर्ण सचाई पता ना कर लें, तब तक उस बात को सच नहीं मानते हैं| इस राशि के लोग तर्क के आधार पर किसी बात को स्वीकार करते हैं| यह किसी भी अंध-विश्वास का खंडन करते हैं|इस राशि वाले लोग पुरातत्व और दुर्लभ वस्तुओं को बहुत संभाल कर रखते हैं|
इस राशि वाले किसी व्यक्ति का कुंडली में चंद्र कमजोर हो तो इनको शाती और पेट संबंधित कोई बिमारी होने का खतरा रहता है|इनकी पाचन प्रक्रिया मंद होने से इनको गैस, एसिडिटी आदि का दोष हो सकता है|कर्क राशि का स्वामी चंद्र होता है और चंद्र हमारे मन का कारक होता है, यदि किसी कर्क राशि वाले की कुंडली में चंद्र कमजोर हो तो वह व्यक्ति मानसिक तौर पर परेशान रह सकता है| इस राशि वाले लोगों का अपनी माता से बहुत अधिक लगाव होता है|
कर्क राशि का वर्ण ब्राह्मण है| ब्राह्मण वर्ण होने के कारण इस राशि के लोग ज्ञान अर्जित करते रहते हैं और हम कह सकते हैं कि इनके पास ज्ञान का भण्डार होता है| यह दूसरों का भला करने की चाह रखते हैं और अपने इन गुणों के कारण यह संसार में प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं| 

कर्क राशि वालों का कार्यक्षेत्र (Kark Rashi walon ka karya-shetra):- कर्क राशि जल राशि होने के कारण इस राशि के लोग जल से संबंधित कार्य जैसे मछली पालन, नेवी में नौकरी, सुच्चे मोती का कारोबार, कृषि से संबंधित कार्य, व्यापार, इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट, दुकानदारी जैसे कार्य करते हैं| यह किसी सरकारी पद पर भी नौकरी कर सकते हैं| 

कर्क राशि वालों का रत्न( Kark rashi walon ka ratna ya stone):- कर्क राशि का स्वामी चंद्र होता है और चंद्र गृह का रत्न सुच्चा मोती होता है| सुच्चा मोती मार्किट में बहुत सारी क्वालिटी में आता है| यदि किसी भी राशि की कुंडली में चंद्र कमजोरी हो, तो उसे भी सुच्चा मोती धारण करना चाहिए क्यूंकि चंद्र गृह हमारे मन का कारक होता है और कुंडली में चंद्र कमजोरी होने पर व्यक्ति बहुत जल्दी मानसिक परेशानी की लपेट में आ जाता है| कर्क राशि वाले भी किसी अच्छे ज्योतिष को दिखाकर ही सुच्चा मोती धारण करें| यदि कुंडली में चंद्र गृह मारक स्थिति में है या त्रिक भावों में किसी एक भाव में है तो इसका रत्न धारण नहीं करना चाहिए|

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