सूर्य देव मंत्र साधना
Surya dev Mantra sadhna in hindi
सूर्य देव बीज मंत्र विधि और लाभ (Benefits of Surya dev Mantra Sadhna):- हमारी पृथ्वी में मनुष्य, जीव-जन्तुओं और वनस्पति का अस्तित्व सूर्य देव से ही संभव है। आप कल्पना करके देखिए यदि हमारे ब्रह्माण्ड में सूर्य ही ना हो तो हमारा जीवन कैसा होगा और क्या हम जीवित रह सकते हैं। हिन्दू धर्म के वैदिक ग्रंथों में सूर्य देव को नारायण का अंश कहा गया है हम ऐसे भी कह सकते हैं कि साक्षात् नारायण भगवान अपनी किरणों से समस्त जगत का पालन-पोषण कर रहे हैं। हमारे ग्रंथों में सूर्य साधना का इतना महत्व लिखा है कि यदि किसी व्यक्ति पर सूर्य देव प्रसन्न हो जाएं तो वह अपनी कृपा दृष्टि से व्यक्ति को अपने सामान चमका देते हैं और व्यक्ति को इस काबिल बना देते हैं कि वह संसार में अपने कार्यों की प्रसिद्धि से सूर्य देव के सामान एक अलग पहचान बना लेता है। सूर्य देव की साधना व्यक्ति को प्रसिद्धि दिलाती है और हम आपको आगे सूर्य देव मन्त्र और उसकी साधना की विधि बताते हैं। यदि किसी की कुंडली में सूर्य मारक स्थिति में हो तब व्यक्ति को सूर्य की महादशा और अंतरदशा में बहुत कष्ट प्राप्त होते हैं और व्यक्ति के सभी कार्यों में अड़चने आने लगती है। आप नीचे दी गयी सूर्य मंत्र साधना विधि से सूर्य देव को प्रसन्न कर कुंडली में उनके मारकत्व को कारत्व में बदल कर उनकी कृपा पा सकते हो।
* आप नीचे दिए गए 5 मन्त्रों में से किसी भी एक मंत्र का चयन कर सूर्य देव की साधना कर सकते हो।
सूर्य देव मंत्र-Mantra for Surya dev
1. ॐ घृणि: सूर्याय: आदित्य:।
2. ॐ घृणि: सूर्याय: नमः।
3. ॐ श्री सूर्याय:नमः।
4. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय: सहस्त्र-किरणाय मनोवांक्षित फलम देहि देहि स्वाहा।
5. ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय: नम।
2. ॐ घृणि: सूर्याय: नमः।
3. ॐ श्री सूर्याय:नमः।
4. ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय: सहस्त्र-किरणाय मनोवांक्षित फलम देहि देहि स्वाहा।
5. ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय: नम।
Surya Mantra in English
1. Om Ghrini Suryaye Aditya.
2. Om Ghrini Suryaye Namha.
3. Om Shri Suryaye Namha.
4. Om Hrim Hrim Suryaye Sahastraye-Kirnaye manovanshit falam dehi dehi Swaha.
5. Om Hram Hrim Hrom Sah Suryaye Namha.
सूर्य देव मंत्र साधना विधि (Surya dev Mantra sadhna vidhi):- सूर्य देव मंत्र साधना का सबसे अच्छा समय जब सूर्य उदय हो रहा होता है वह होता है। सूर्य देव की साधना करने के लिए आपने मंत्र जाप के लिए किसी लाल आसान का प्रयोग करना है और मंत्र जाप के समय सिर को भी लाल वस्त्र से ढकना है। मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष की माला का प्रयोग करना है।
यदि आपकी कुंडली में सूर्य मारक स्थिति में है तो आपने मंत्र जाप से पहले सूर्य देव को जल में थोड़ी लाल शक्कर और गेहूं के 11 दाने डालकर मंत्र पड़ते हुए जल अर्पण करना है। याद रहे वह जल क़दमों में नहीं गिरना चाहिए। जल इस तरह से देना है कि वह किसी गमले में गिरे। यदि आपकी कुंडली में सूर्य देव योग कारक स्थिति में हैं तो आपने सूर्य देव को जल अर्पण नहीं करना है यह बात को याद रखना है। इसलिए सूर्य मंत्र की साधना से पहले किसी अच्छे ज्योतिष से कुंडली दिखाकर सूर्य की योगकारिता और मारकत्व के बारे में पता कर लें।
यदि आपकी कुंडली में सूर्य मारक स्थिति में है तो आपने मंत्र जाप से पहले सूर्य देव को जल में थोड़ी लाल शक्कर और गेहूं के 11 दाने डालकर मंत्र पड़ते हुए जल अर्पण करना है। याद रहे वह जल क़दमों में नहीं गिरना चाहिए। जल इस तरह से देना है कि वह किसी गमले में गिरे। यदि आपकी कुंडली में सूर्य देव योग कारक स्थिति में हैं तो आपने सूर्य देव को जल अर्पण नहीं करना है यह बात को याद रखना है। इसलिए सूर्य मंत्र की साधना से पहले किसी अच्छे ज्योतिष से कुंडली दिखाकर सूर्य की योगकारिता और मारकत्व के बारे में पता कर लें।
सूर्य देव की एक प्रतिमा या यन्त्र लेकर उसको पूर्व दिशा की और स्थापित करना है और उसके आगे धूप और दीपक जलाना है। सूर्य यन्त्र को खरीदने के लिए सिद्ध सूर्य यन्त्र पर क्लिक करें। उसके बाद आपने ऊपर दिए मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का जप शुरू करना है। रोज़ाना कम से कम एक माला जाप जरूर करना है। जाप करते समय आपका मुख पूर्व दिशा की और होना चाहिए। सूर्य मंत्र साधना किसी रविवार वाले दिन से शुरू करनी है और पहले दिन साधना शुरू करने से पहले गणेश पूजा , गुरु पूजा और कुलदेव की पूजा जरूर करनी है।
यदि आप सूर्य देव की विशेष कृपा पाना चाहते हो तो आप 10 दिनों के बाद जितनी माला का जाप रोज़ाना करते हो उतनी माला के जाप से आहुति देकर हवन जरूर करें। यदि आप हवन करने की विधि नहीं जानते हो तो आप हमारे पेज सरल हवन विधि पर क्लिक करके जानकारी हासिल कर सकते हो।
इस विधि से सूर्य देव के मंत्र की साधना करने से आपके मुख पर एक अलौकिक ओज (तेज़) आने लगेगा और आपकी यहाँ प्रसिद्धि बढ़ने लगेगी वहीँ आपके सभी कार्य भी सिद्ध होने शुरू हो जाएंगे।
कुंडली दिखाए:- आप घर बैठे कुंडली का विश्लेषण करा सकते हो। सम्पूर्ण कुंडली विश्लेषण में लग्न कुंडली, चंद्र कुंडली, नवमांश कुंडली, गोचर और अष्टकवर्ग, महादशा और अंतरदशा, कुंडली में बनने वाले शुभ और अशुभ योग, ग्रहों की स्थिति और बल का विचार, भावों का विचार, अशुभ ग्रहों की शांति के उपाय, शुभ ग्रहों के रत्न, नक्षत्रों पर विचार करके रिपोर्ट तैयार की जाती है। सम्पूर्ण कुंडली विश्लेषण की फीस मात्र 500 रुपये है। Whatsapp- 8360319129 Barjinder Saini (Master in Astrology)
नोट- नवग्रहों के बीज मंत्र की विधि|
*सूर्य बीज मंत्र *चंद्र बीज मंत्र *मंगल बीज मंत्र
यदि आप घर बैठे फ्री में ज्योतिष शास्त्र सीखना चाहते हो तो हमारे पेज Free Astrology Classes in Hindi पर क्लिक करें|
Sir, mera question ye hai ki kya blogger app pe post daal ke kamayi ho rahi hai?
ReplyDelete